झारखंड पुलिस की विशेष शाखा, एटीएस, साइबर थाना और रांची पुलिस की टीम ने मंगलवार शाम से देर रात तक रांची के दो ठिकानों पर छापेमारी की। छापेमारी के दौरान पुलिस को दस हजार सिमकार्ड व सिम बॉक्स मिले हैं। ऐसा पहली बार है जब रांची में सिम बॉक्स की बरामदगी हुई है।
अधिकारियों के मुताबिक, देश भर में मैसेज वायरल कर धार्मिक उन्माद फैलाने से लेकर कौन बनेगा करोड़पति के नाम पर ठगी करने में सिम कार्ड का इस्तेमाल किया जा रहा था। पूर्व में भोपाल, ग्वालियर, सतना में ऐसे ही गिरोह के खुलासे हुए हैं जहां सिम बॉक्स के जरिए एक साथ हजारों सिम कार्ड का इस्तेमाल कर आर्मी इंटेलीजेंस की सूचनाएं लीक की जा रही थीं। रांची पुलिस भी आर्मी की सूचनाओं के सिम बॉक्स का इस्तेमाल कर सुने जाने के पहलू पर जांच कर रही है। पूर्व में इसी तर्ज पर भोपाल में सेना की जानकारियां जुटाने का मामला सामने आ चुका है।
कांटाटोली व भीट्ठा बस्ती में छापा
रांची सिटी एसपी अमन कुमार, एटीएस एसपी पी मुरूगन ने साइबर थाने और विशेष शाखा की टीम के साथ कांटाटोली पेट्रोलपंप के समीप स्थित हसीब इंक्लेव के तीसरे तल्ले पर छापेमारी की। मौके से पुलिस ने दो युवकों को हिरासत में लिया। दो कमरों में पुलिस ने सिम बॉक्स में लगे सिम कार्ड, कंप्यूटर समेत कई चीजें बरामद की हैं। कांटाटोली के बाद पुलिस की टीम कांके रोड पहुंची। कांके रोड में भीट्ठा बस्ती में पुलिस खबर लिखे जाने तक जांच में जुटी थी। भीट्ठा बस्ती में भी पुलिस ने सिम बॉक्स व हजारों की संख्या में सिम कार्ड बरामद किया है। हसीब इंक्लेव में इंतेखाब खान के फ्लैट को अशरफ नाम के व्यक्ति ने किराए पर लिया था। पूछताछ के दौरान इंतेखाब ने बताया कि अशरफ जूता कारोबारी है। उसे नहीं पता था कि फ्लैट में क्या हो रहा है।